Question 6: निम्नलिखित पंक्तियों में प्रयुक्त अलंकारों की पहचान कीजिए।
(क) कहि कहि आवन छबीले मनभावन को, गहि गहि राखति ही दैं दैं सनमान को।
(ख) कूक भरी मूकता बुलाए आप बोलि है।
(ग) अब न घिरत घन आनंद निदान को।
Answer:
(क) प्रस्तुत पक्ति में कहि कहि , गहि गहि तथा दे दे शब्दों की उसी रूप में दोबारा आवर्ति पुनरुक्ति प्रकाश अलंकार की और सकेत करती थी इस पक्ति में पुनरुक्ति प्रकाश अलंकार की छटा बिखरी हुई थी I
(ख) प्रस्तुत पक्ति में कवि ने अपनी चुप्पी को कोयल की कुक के समान बताया था इसके माध्यम से कवि अपनी प्रेमिका पर कटाक्ष करता था उसके अनुसार वह कुछ नही करता था फिर भी वह उसके कारण चली आती थी हम यह जानते थे कि चुप्पी कोई सुन नही सकता था I
(ग) प्रस्तुत पक्ति में घन आनद शब्द में दो अर्थ चिपके हुए थे इसमें एक का अर्थ प्रसन्नता था तो दूसरे का अर्थ घनानंद के नाम से था इसके साथ ही घ शब्द की दो बार आवर्ति के कारण अनुप्रास अलंकार था I
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