Question 3: (क) ‘खुशबू रचने वाले हाथ’ कैसी परिस्थितियों में तथा कहाँ-कहाँ रहते हैं?
(ख) कविता में कितने तरह के हाथों की चर्चा हुई है?
(ग) कवि ने यह क्यों कहा है कि ‘खुशबू रचते हैं हाथ’?
(घ) जहाँ अगरबत्तियाँ बनती हैं, वहाँ का माहौल कैसा होता है?
(ङ) इस कविता को लिखने का मुख्य उद्देश्य क्या है?
Answer:
(1) खुशबू रचने वाले हाथ शहर की भीषण गंदगी के बीच गरीबी बहुत ही गंदी बस्ती में रहते थे
(2) कविता में उभरी नसों वाले घिरे नाखूनों वाले , पीपल के पत्तो जेसे नये जूही की डाल से खुशबूदार और गंदे कटे फटे हाथो की चर्चा होती थी I
(3) कवि ने ऐसा इसलिए कहा था क्योकि अगरबत्तिया बनाने वाले हाथ भयकर गंदगी में रहते हुए भी पूरे शहर के लिए खुशबू का सामन तैयार और करते थे I
(4) जहां अगरबत्तिया बनती थी वहां चारो और गंदगी बदबू और घुटन का माहोल बना रहता था लोग कूड़े के ढेर और नाले के किनारे पर रहने को मजबूर थे I
(5) कविता लिखने का मुख्य उद्देश्य यही था कि केवल खुशबू की चाह करने वाले लोगो को इस बात से अवगत करना था जिस खुशबू को पाकर आप लोग खुश होते थे I
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