Question 7

जो रुदन के विभिन्न रूपों को पहचानता है वह साधारण बालक नहीं है। बड़ा होकर वह निश्चय ही मनस्तत्व के व्यापर में प्रसिद्ध होगा। " अघोर बाबू के मित्र की इस टिप्पणी पर अपनी टिप्पणी कीजिये।

Answer

अघोर बाबू के मित्र ने जो टिप्पणी की वह बालक के भाव व्यापार को समझने की श्रमता के आधार पर की है अघोर बाबू के मित्र जानते है कि साहित्य सर्जन के लिए मनुष्य का अति सवेदशील होना आवश्यक थे शरत में यह गुण विधमान है छोटे से ही उनमे सवेदनशीलता का गुण आ गया है वह अपने आस पास के वातावरण तथा परिवेश का सूक्ष्म निरिक्षण करने में दक्ष है I

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