कहानी के आधार पर स्पष्ट कीजिए कि लेखक ने यह क्यों कहा, “अज्ञान की स्थिति में ही मनुष्य मृत्यु से डरते हैं। ज्ञान होने के बाद तो आदमी आवश्यकता पड़ने पर मृत्यु को वरण करने के लिए तैयार हो जाता है।”
हरिहर काका को जब अपने भाइयो और महत की असलियत पता चली और उन्हें समझ में आ जाता था कि सब लोग उनकी जमीन जायदाद के पीछे है उन्हें वे सभी लोग याद आ जाता था जिन्होंने परिवार वालो के मोह माया में फँसकर अपनी जमीन उनके नाम करता था और मृत्यु तक टिल टिल करके मारते थे दाने दाने को मोहताज हो जाते थे I
समाज में रिश्तों की क्या अहमियत है? इस विषय पर अपने विचार प्रकट कीजिए।
अनपढ़ होते हुए भी हरिहर काका दुनिया की बेहतर समझ रखते हैं? कहानी के आधार पर स्पष्ट कीजिए।
यदि आपके आसपास हरिहर काका जैसी हालत में कोई हो तो आप उसकी किस प्रकार मदद करेंगे?
कथावाचक और हरिहर काका के बीच क्या संबंध है और इसके क्या कारण हैं?
हरिहर काका को महंत और अपने भाई एक ही श्रेणी के क्यों लगने लगे?
हरिहर काका के मामले में गाँववालों की क्या राय थी और उसके क्या कारण थे?
हरिहर काका को जबरन उठा ले जाने वाले कौन थे? उन्होंने उनके साथ कैसा बरताव किया?
ठाकुरबारी के प्रति गाँव वालों के मन में अपार श्रद्धा के जो भाव हैं उससे उनकी किस मनोवृत्ति का पता चलता है?
कोई भी भाषा आपसी व्यवहार में बाधा नहीं बनती- पाठ के किस अंश से यह सिद्ध होता है?
इफ़्फ़न टोपी शुक्ला की कहानी का महत्वपूर्ण हिस्सा किस तरह है?
पीटी सहब की ‘शाबाश’ फौज के तमगो-सी क्यों लगती थी? स्पष्ट किजिए।
इफ़्फ़न की दादी अपने पीहर क्यों जाना चाहती थीं?
नई श्रेणी मे जाने और नई कापियों और पुरानी किताबों से आती विशेष गध से लेखक का बालमन क्यों उदास हो उठता था?
इफ़्फ़न की दादी अपने बेटे की शादी में गाने बजाने की इच्छा पूरी क्यों नहीं कर पाईं?
स्काउट परेड करते समय लेखक अपने को महत्वपूर्ण आदमी फौजी जवान क्यों समझने लगते थे?
अम्मी"शब्द पर टोपी के घर वालों की क्या प्रतिक्रिया हुई?
हेडमास्टर शर्मा जी ने पीटी सहाब को क्यों मुअत्तल कर दिया?
दस अक्टूबर सन पैंतालीस का दिन टोपी के जीवन में क्या महत्व रखता है?
इफ़्फ़न टोपी शुक्ला की कहानी का महत्वपूर्ण हिस्सा किस तरह है?
इफ़्फ़न की दादी अपने पीहर क्यों जाना चाहती थीं?
पाठ में वर्णित घटनाओं के आधार पर पीटी सर की चारित्रिक विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।
विद्यार्थियों को अनुशासन में रखने के लिए पाठ में अपनाई गई गयी युक्तियों और वर्तमान में स्वीकृत मान्यताओं के संबंध में अपने विचार प्रकट कीजिए।
लेखक के अनुसार उन्हें स्कूल खुशी से भागे जाने की जगह न लगने पर भी कब और क्यों उन्हें स्कूल अच्छा लगने लगा?
कोई भी भाषा आपसी व्यवहार में बाधा नहीं बनती- पाठ के किस अंश से यह सिद्ध होता है?
स्काउट परेड करते समय लेखक अपने को महत्वपूर्ण आदमी फौजी जवान क्यों समझने लगते थे?
पीटी सहब की ‘शाबाश’ फौज के तमगो-सी क्यों लगती थी? स्पष्ट किजिए।
लेखक अपने छात्र जीवन में स्कूल से छुट्टियों में मिले काम को पूरा करने के लिए क्या क्या योजनायें बनाया करते था और उसे पूरा न कर पाने की स्थिति में किसकी भांति 'बहादुर' बनने की कल्पना किया करते थे?
हेडमास्टर शर्मा जी ने पीटी सहाब को क्यों मुअत्तल कर दिया?