टोपी ने इफ़्फ़न से दादी बदलने की बात क्यों कही?
टोपी की दादी स्वभाव सख्त और अनुशासन प्रिय है वे हमेशा टोपी को डाटती और फटकारती रहती है उसके विपरीत इफ्फन की दादी असीम प्यार से भरा है वे कभी बच्चो को डाटते नही है उसे बिठाकर अपने पास बाते करते है I
अनपढ़ होते हुए भी हरिहर काका दुनिया की बेहतर समझ रखते हैं? कहानी के आधार पर स्पष्ट कीजिए।
समाज में रिश्तों की क्या अहमियत है? इस विषय पर अपने विचार प्रकट कीजिए।
कथावाचक और हरिहर काका के बीच क्या संबंध है और इसके क्या कारण हैं?
यदि आपके आसपास हरिहर काका जैसी हालत में कोई हो तो आप उसकी किस प्रकार मदद करेंगे?
कहानी के आधार पर स्पष्ट कीजिए कि लेखक ने यह क्यों कहा, “अज्ञान की स्थिति में ही मनुष्य मृत्यु से डरते हैं। ज्ञान होने के बाद तो आदमी आवश्यकता पड़ने पर मृत्यु को वरण करने के लिए तैयार हो जाता है।”
हरिहर काका को महंत और अपने भाई एक ही श्रेणी के क्यों लगने लगे?
कोई भी भाषा आपसी व्यवहार में बाधा नहीं बनती- पाठ के किस अंश से यह सिद्ध होता है?
विद्यार्थियों को अनुशासन में रखने के लिए पाठ में अपनाई गई गयी युक्तियों और वर्तमान में स्वीकृत मान्यताओं के संबंध में अपने विचार प्रकट कीजिए।
प्रायः अभिभावक बच्चों को खेल कूद में ज़्यादा रुचि लेने पर रोकते हैं और समय बरबाद न करने की नसीहत देते हैं। बताइए-
1. खेल आपके लिए क्यों ज़रूरी है?
2. आप कौन से ऐसे नियम कायदों को अपनाएँगे जिससे अभिभावकों को आपके खेल पर आपत्ति न हो?
इफ़्फ़न की दादी अपने बेटे की शादी में गाने बजाने की इच्छा पूरी क्यों नहीं कर पाईं?
इफ़्फ़न टोपी शुक्ला की कहानी का महत्वपूर्ण हिस्सा किस तरह है?
इफ़्फ़न की दादी अपने पीहर क्यों जाना चाहती थीं?
अनपढ़ होते हुए भी हरिहर काका दुनिया की बेहतर समझ रखते हैं? कहानी के आधार पर स्पष्ट कीजिए।
प्रायः अभिभावक बच्चों को खेल कूद में ज़्यादा रुचि लेने पर रोकते हैं और समय बरबाद न करने की नसीहत देते हैं। बताइए-
1. खेल आपके लिए क्यों ज़रूरी है?
2. आप कौन से ऐसे नियम कायदों को अपनाएँगे जिससे अभिभावकों को आपके खेल पर आपत्ति न हो?
समाज में रिश्तों की क्या अहमियत है? इस विषय पर अपने विचार प्रकट कीजिए।
इफ़्फ़न की दादी के मायके का घर कस्टोडियन में क्यों चला गया?
पीटी सहब की ‘शाबाश’ फौज के तमगो-सी क्यों लगती थी? स्पष्ट किजिए।
इफ़्फ़न की दादी अपने बेटे की शादी में गाने बजाने की इच्छा पूरी क्यों नहीं कर पाईं?
विद्यार्थियों को अनुशासन में रखने के लिए पाठ में अपनाई गई गयी युक्तियों और वर्तमान में स्वीकृत मान्यताओं के संबंध में अपने विचार प्रकट कीजिए।
कोई भी भाषा आपसी व्यवहार में बाधा नहीं बनती- पाठ के किस अंश से यह सिद्ध होता है?