चोरी की बान में हो जु प्रवीने।”
(क) उपर्युक्त पंक्ति कौन, किससे कह रहा है?
(ख) इस कथन की पृष्ठभूमि स्पष्ट कीजिए
(ग) इस उपालंभ (उलाहना) के पीछे कौन-सी पौराणिक कथा है?
(1) उपयुक्त पक्ति श्रीकृष्ण अपने बालसखा सुदामा से कह रहे थे I
(2) अपनी पत्नी द्वारा दिए गए चावल सकोचवश सुदामा श्रीकृष्ण को भेट स्वरूप नही दे पा रहे थे परन्तु श्रीकृष्ण सुदामा पर दोषारोपण करते हुए इसे चोरे कहते थे और कहते थे कि चोरी में तो तुम पहले से ही निपुण थे I
(3) बचपन में जब कृष्ण और सुदामा साथ साथ सदीपन ऋषि के आश्रम में अपनी अपनी शिक्षा ग्रहण कर रहे है तभी एकबार जब श्रीकृष्ण और सुदामा जंगल में लकडिया एकत्र करने आ रहे है तब गुरुमाता ने उन्हें रास्ते में खाने के लिए चने दिए है I
निर्धनता के बाद मिलनेवाली संपन्नता का चित्रण कविता की अंतिम पंक्तियों में वर्णित हैउसे अपने शब्दों में लिखिए
द्वारका से खाली हाथ लौटते समय सुदामा मार्ग में क्या-क्या सोचते जा रहे थे? वह कृष्ण के व्यवहार से क्यों खीझ रहे थे? सुदामा के मन की दुविधा को अपने शब्दों में प्रकट कीजिए
“पानी परात को हाथ छयो नहिं, नैनन के जल सों पग धोए।” पंक्ति में वर्णित भाव का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए
अपने गाँव लौटकर जब सुदामा अपनी झोंपड़ी नहीं खोज पाए तब उनके मन में क्या-क्या विचार आए? कविता के आधार पर स्पष्ट कीजिए
सुदामा की दीनदेशा देखकर श्रीकृष्ण की क्या मनोदशा हुई? अपने शब्दों में लिखिए
कवि को ऐसा विश्वास क्यों है कि उसका अंत अभी नहीं होगा?
बचपन में लेखक अपने मामा के गाँव चाव से क्यों जाता था और बदलू को ‘बदलू मामा’ न कहकर ‘बदलू काका’ क्यों कहता था?
“मैंने उस कंपनी के हिस्सेदार की तरफ़ पहली बार श्रद्धाभाव से देखा।”
• लेखक के मन में हिस्सेदार साहब के लिए श्रद्धा क्यों जग गई?
कवि ने अपने आने को ‘उल्लास’ और जाने को ‘आँसू बनकर बह जाना’ क्यों कहा है?
पत्र जैसा संतोष फोन या एसएमएस का संदेश क्यों नहीं दे सकता ?
कवि ने पक्षी और बादल को भगवान के डाकिए क्यों बताया है? स्पष्ट कीजिए।
लेखक ने स्वीकार किया है कि लोगों ने उन्हें भी धोखा दिया है फिर भी वह निराश नहीं हैआपके विचार से इस बात का क्या कारण हो सकता है?
“यह कठिन समय नहीं है?” यह बताने के लिए कविता में कौन-कौन से तर्क प्रस्तुत किए गए हैं? स्पष्ट कीजिए
तलवार का महत्त्व होता है म्यान का नहीं’-उक्त उदाहरण से कबीर क्या कहना चाहते हैं? स्पष्ट कीजिए।
कहानी में मोटे-मोटे किस काम के हैं? किन के बारे में और क्यों कहा गया?
लेखक ने स्वीकार किया है कि लोगों ने उन्हें भी धोखा दिया है फिर भी वह निराश नहीं हैआपके विचार से इस बात का क्या कारण हो सकता है?
क्या आप लेखक की इस बात से सहमत हैं? अपने उत्तर का कारण भी बताइए।
श्रीकृष्ण अपनी चोटी के विषय में क्या-क्या सोच रहे थे?
‘सविनय अवज्ञा आंदोलन’ किसके नेतृत्व में, किस उद्देश्य से तथा कब हुआ था? इतिहास की उपलब्ध पुस्तकों के आधार पर लिखिए
पिन कोड भी संख्याओं में लिखा गया एक पता है, कैसे?
“ऐसा जैसे सारी बस ही इंजन है और हम इंजन के भीतर बैठे हैं।”
• लेखक को ऐसा क्यों लगा?
तलवार का महत्त्व होता है म्यान का नहीं’-उक्त उदाहरण से कबीर क्या कहना चाहते हैं? स्पष्ट कीजिए।
पेड़ के भीतर फव्वारा नहीं होता, तब पेड़ की जड़ों से पत्ते तक पानी कैसे पहुँचता है? इस क्रिया को वनस्पति शास्त्र में क्या कहते हैं? क्या इस क्रिया को जानने के लिए कोई आसान प्रयोग है? जानकारी प्राप्त कीजिए
तें ही पूत अनोखौ जायौ’ – पंक्तियों में ग्वालन के मन के कौन-से भाव मुखरित हो रहे हैं?
पत्र जैसा संतोष फोन या एसएमएस का संदेश क्यों नहीं दे सकता ?