उदाहरण देते हुए दोनों पदों के काव्य सौंदर्य और शिल्प सौंदर्य का वर्णन करें?
कबीरदास एक व्यगकर थे पहले पद में वे हिन्दू और मुसलमान के कर्मकांड पर व्यग करते थे उन्हें दोषी ठहराते थे उन्होंने ऐसे विषयों पर कटाक्ष किये थे जिसकी वजह से समाज से झगड़े होते थे वे समाज को सही रास्ता दिखाना चाहते है इस तरह वह एक सामाजिक सुधार के रूप में सामने आते थे इस पद में सरल भाषा थी ब्रज भाषा का प्रयोग किया गया था I
'उसके अंदर प्रकाश है, बाहर आशा। विपत्ति अपना सारा दलबल लेकर आए, हामिद की आनंद भरी चितवन उसका विध्वंस कर देगी।'- इस कथन के आधार पर स्पष्ट कीजिए कि आशा का प्रकाश मनुष्य को विपरीत परिस्थितियों में भी निरंतर आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।
भव्य पुरुष ने कहा- 'जहाँ अंधकार है वहीं प्रकाश है।' इसका क्या तात्पर्य है?
‘खानाबदोश’ कहानी में आज के समाज की किन-किन समस्याओं को रेखांकित किया गया है? इन समस्याओं के प्रति कहानीकार के दृष्टिकोण को स्पष्ट कीजिए।
'ईदगाह' कहानी के उन प्रसंगों का उल्लेख कीजिए जिनसे ईद के अवसर पर ग्रामीण परिवेश का उल्लास प्रकट होता है।
’अन्न ना भावे नींद ना आवे’ का क्या कारण हैं? ऐसे स्थिति क्यों हो गयी हैं?
पठित पाठ के आधार पर सूरदास के काव्य की विशेषताएँ बताइए।
'मानो भ्रातृत्व का एक सूत्र इन समस्त आत्माओं को एक लड़ी में पिरोए हुए है।' इस कथन के संदर्भ में स्पष्ट कीजिए कि 'धर्म तोड़ता नहीं जोड़ता है।'
'सपना' कवित्त का भाव-सौंदर्य लिखिए।
उसकी आँखों में पानी भरा था। जैसे उनमें एक शिकायत थी, पक्षपात के प्रति तिरस्कार था।' क्यों?
फुले दंपति ने, स्त्री समस्या के लिए जो कदम उठाया था, क्या उसी का अगला चरण, ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ', कार्यक्रम है?
'मानो भ्रातृत्व का एक सूत्र इन समस्त आत्माओं को एक लड़ी में पिरोए हुए है।' इस कथन के संदर्भ में स्पष्ट कीजिए कि 'धर्म तोड़ता नहीं जोड़ता है।'
पठित पाठ के आधार पर सूरदास के काव्य की विशेषताएँ बताइए।
'सवाल के पाँव ज़मीन में गहरे गड़े हैं। यह उखड़ेगा नहीं।' इस कथन में मनुष्य की किस प्रवृत्ति की ओर संकेत है और क्यों?
'व्यंग्य विधा में भाषा सबसे धारदार है।' परसाई जी की इस रचना को आधार बनाकर इस कथन के पक्ष में अपने विचार प्रकट कीजिए।
उसकी आँखों में पानी भरा था। जैसे उनमें एक शिकायत थी, पक्षपात के प्रति तिरस्कार था।' क्यों?
पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए कि 'इस अभागे आलसी देश में जो कुछ हो जाए वहीं बहुत कुछ है क्यों कहा गया है?
निम्नलिखित पद्यांशों की संदर्भ सहित व्याख्या कीजिए-
(क) जाति-पाँति ...................... तुम्हारै गैयाँ।
(ख) सुनि री ............... नवावति।
'हँसी की चोट' सवैये की अंतिम पंक्ति में यमक और अनुप्रास का प्रयोग करके कवि क्या मर्म अभिव्यंजित करना चाहता है?
‘चल! यह लोग म्हारा घर ना बनन्ने देंगे।‘
सुकिया के इस कथन के आधार पर कहानी की मूल संवेदना स्पष्ट कीजिए।
‘गिरिधर नार नवावति? से सखी जा क्या आशय है?