कवयित्री ने स्वाधीनता के मार्ग में आनेवाली कठिनाइयों को इंगित कर मनुष्य के भीतर किन गुणों का विस्तार करना चाहा है? कविता के आधार पर स्पष्ट कीजिए।
(1) दीपक के समान जलने को कहा था I (2) फूल के समान खिलने को कहा था I
(3) कठोर स्वभाव के अंदर भी करुणा की भावना को रखना था I
(4) जीवन में सत्य की झलक को दिखाना था I
(5) हर व्यक्ति के अंदर व्याप्त सच्चाई को जानना था I
'उसके अंदर प्रकाश है, बाहर आशा। विपत्ति अपना सारा दलबल लेकर आए, हामिद की आनंद भरी चितवन उसका विध्वंस कर देगी।'- इस कथन के आधार पर स्पष्ट कीजिए कि आशा का प्रकाश मनुष्य को विपरीत परिस्थितियों में भी निरंतर आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।
भव्य पुरुष ने कहा- 'जहाँ अंधकार है वहीं प्रकाश है।' इसका क्या तात्पर्य है?
‘खानाबदोश’ कहानी में आज के समाज की किन-किन समस्याओं को रेखांकित किया गया है? इन समस्याओं के प्रति कहानीकार के दृष्टिकोण को स्पष्ट कीजिए।
'ईदगाह' कहानी के उन प्रसंगों का उल्लेख कीजिए जिनसे ईद के अवसर पर ग्रामीण परिवेश का उल्लास प्रकट होता है।
’अन्न ना भावे नींद ना आवे’ का क्या कारण हैं? ऐसे स्थिति क्यों हो गयी हैं?
पठित पाठ के आधार पर सूरदास के काव्य की विशेषताएँ बताइए।
'मानो भ्रातृत्व का एक सूत्र इन समस्त आत्माओं को एक लड़ी में पिरोए हुए है।' इस कथन के संदर्भ में स्पष्ट कीजिए कि 'धर्म तोड़ता नहीं जोड़ता है।'
'सपना' कवित्त का भाव-सौंदर्य लिखिए।
उसकी आँखों में पानी भरा था। जैसे उनमें एक शिकायत थी, पक्षपात के प्रति तिरस्कार था।' क्यों?
फुले दंपति ने, स्त्री समस्या के लिए जो कदम उठाया था, क्या उसी का अगला चरण, ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ', कार्यक्रम है?
कस्तूरी मृग के अपने पर ही चिढ़ने के क्या कारण हैं?
शाम होते ही कौन-कौन घर की ओर लौट पड़ते हैं?
जसदेव की पिटाई के बाद मज़दूरों का समूचा दिन कैसा बीता?
'नाली का कीड़ा! 'एक छत उठाकर सिर पर रख दी' फिर भी मन नहीं भरा।'- चमेली का यह कथन किस संदर्भ में कहा गया है और इसके माध्यम से उसके किन मनोभावों का पता चलता है?
कवि को किस प्रकार की आस रातभर भटकाती है और क्यों?
'दोपहर का भोजन' शीर्षक किन दृष्टियों से पूर्णतया सार्थक है?
ऐसे दुष्ट व्यक्ति – नाशक राष्ट्र के सर्वनाश में भी मेरा हाथ हो ' के माध्यम से लाल क्या कहना चाहते हैं?
दरबार में गुणग्राहकता और कला की परख को किस प्रकार अनदेखा किया जाता है?
आशय स्पष्ट कीजिए-
(क) वह मतवाले की तरह उठी और गगरे से लोटा भर पानी लेकर गट-गट चढ़ा गई।
(ख) यह कहकर उसने अपने मँझले लड़के की ओर इस तरह देखा, जैसे उसने कोई चोरी की हो।
(ग) मुंशी जी ने चने के दानों की ओर इस दिलचस्पी से दृष्टिपात किया, जैसे उनसे बातचीत करनेवाले हो।
'मोम के बंधन' और 'तितलियों के पर' का प्रयोग कवयित्री ने किस संदर्भ में किया है और क्यों?