Question 6: (1) बिरादरी का यही सहारा होता है। (क) किसने किससे कहा?
(ख) किस प्रसंग में कहा?
(ग) किस आशय से कहा?
(घ) क्या कहानी में यह आशय स्पष्ट हुआ है?
(2) उसकी आँखों में एक सर्जक की चमक थी- कहानी का यह वाक्य (क) किसके लिए कहा गया है?
(ख) किस प्रसंग में कहा गया है?
(ग) यह पात्र-विशेष के किन चारित्रिक पहलुओं को उजागर करता है?
Answer:
1. उपयुक्त वाक्य पंडित वशीधर ने अपने बिरादरी के युवक रमेश से कहे I
2. जब वशीधर अपने बेटे की आगे की पढाई के लिए चितित होते है उस समय रमेश ने उनसे सहानभूति प्रकट की थी और अपने बेटे को आगे की पढाई के लिए लखनऊ ले जाने की बात बोली थी I
3. वशीधर ने वाक्य रमेश के प्रति कृतज्ञता के भाव के आशय से कहते है वशीधर के कहने का यह आशय है कि जाति बिरादरी का यह लाभ था I 4. इस कहानी से वशीधर का आशय बिलकुल भी सिद्र नहीं था वाशीधर ने अपने बेटे को जिस आशा से रमेश के साथ भेजा है वह पूरा न हो सका था I
2. 1. उपयुक्त वाक्य मोहन के लिए कहा था I
2. जब मोहन ने भट्टी में बैठकर लोहे की मोती छढ़ को गोलाई में ढालकर सुड़ोल बना था है तब उसकी आँखों में सृजक की चमक है I
3. यह मोहन कि वह जाति को व्यवसाय से नहीं जोड़ता था अपने मित्र की मदद कर वह उदारता का भी परिचय देता था I
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