(क) निशा काल से चिर-अभिशापित/बेबस उस चकवा-चकई का
(ख) अलग नाभि से उठने वाले/निज के ही उन्मादक परिमल-
इसका उत्तर आप स्वय दे
बादलों का वर्णन करते हुए कवि को कालिदास की याद क्यों आती है?
कवि ने 'महामेघ को इंझानिल से गरज-गरज भिड़ते देखा है' क्यों कहा है?
कस्तूरी मृग के अपने पर ही चिढ़ने के क्या कारण हैं?
इस कविता में बादलों के सौंदर्य चित्रण के अतिरिक्त और किन दृश्यों का चित्रण किया गया है?
प्रणय-कलह से कवि का क्या तात्पर्य है?
'बादल को घिरते देखा है' पंक्ति को बार-बार दोहराए जाने से कविता में क्या सौंदर्य आया है? अपने शब्दों में लिखिए।
(क) छोटे-छोटे मोती जैसे ............... कमलों पर गिरते देखा है।
(ख) समतल देशों में आ-आकर ........... हंसों को तिरते देखा है।
(ग) ऋतु वसंत का सुप्रभात था ............. अगल-बगल स्वर्णिम शिखर थे।
(घ) ढूँढ़ा बहुत परंतु लगा क्या ............. जाने दो, वह कवि-कल्पित था।
पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए कि 'इस अभागे आलसी देश में जो कुछ हो जाए वहीं बहुत कुछ है क्यों कहा गया है?
“अरे इन दोहून रह न पायी” साईं कवि का क्या आशय है?
‘खेलने में को कोको गुसैयाँ’ पद में कृष्ण और सुदामा के बीच किस बात पर तकरार हुई?
'हँसी की चोट' सवैये में कवि ने किन पंच तत्त्वों का वर्णन किया है तथा वियोग में वे किस प्रकार विदा होते हैं?
पहले पद में कवि ने किस ऋतु का वर्णन किया है?
संध्या के समय प्रकृति में क्या-क्या परिवर्तन होते हैं, कविता के आधार पर लिखिए।
'जाग तुझको दूर जाना' कविता में कवियत्री मानव को किन विपरीत स्थितियों में आगे बढ़ने के लिए उत्साहित कर रही है?
कविता के आधार पर बताइए कि कवि की दृष्टि में बाहर का अँधेरा भीतर दुखःस्वप्नों से अधिक भयावह क्यों है?
मगध के माध्यम से 'हस्तक्षेप' कविता किस व्यवस्था की ओर इशारा कर रही है?
घर एक परिवार, परिवार में पाँच सदस्य हैं, किंतु कवि पाँच सदस्य नहीं उन्हें पाँच जोड़ी आँखें मानता है। क्यों?
कहानी के उन प्रसंगों का उल्लेख कीजिए जिनसे गरीबी की विवशता झाँक रही हो।
गाँव से शहर जानेवाले रास्ते के मध्य पड़नेवाले स्थलों का ऐसा वर्णन लेखक ने किया है मानो आँखों के सामने चित्र उपस्थित हो रहा हो। अपने घर और विद्यालय के मध्य पड़नेवाले स्थानों का अपने शब्दों में वर्णन कीजिए।
सुखिया ने जिन समस्याओं के कारण गाँव छोड़ा वही समस्या शहर में भट्टे पर उसे झेलनी पड़ी - मूलतः वह समस्या क्या थी?
(क) विश्व का क्रंदन ................... अपने लिए कारा बनाना!
(ख) कह न ठंडी साँस ..................... सजेगा आज पानी।
(ग) है तुझे अंगार-शय्या .................... कलियाँ बिछाना!
'बच्चे हामिद ने बूढ़े हामिद का पार्ट खेला था। बुढ़िया अमीना बालिका अमाना बन गई।' इस कथन में बूढ़े 'हामिद' और 'बालिका अमीना' से लेखक का क्या आशय है? स्पष्ट कीजिए।
शाम होते ही कौन-कौन घर की ओर लौट पड़ते हैं?
(क) माँ की आँखें पड़ाव से पहले ही तीर्थ-यात्रा की बस के दो पंचर पहिए हैं।
(ख) पिता की आँखें लोहसाँय की ठंडी शलाखें हैं।
कवयित्री किस मोहपूर्ण बंधन से मुक्त होकर मानव को जागृति का संदेश दे रही है?
‘उसकी पूरी जिंदगी भूल का एक नक्शा है।’ इस कथन के द्वारा लेखक व्यक्ति के बारे में क्या कहना चाहता है?
घर एक परिवार, परिवार में पाँच सदस्य हैं, किंतु कवि पाँच सदस्य नहीं उन्हें पाँच जोड़ी आँखें मानता है। क्यों?