Question 7

लेखक के इस कथन से कि ‘तीसरी कसम’ फ़िल्म कोई सच्चा कवि-हृदय ही बना सकता था, आप कहाँ तक सहमत हैं? स्पष्ट कीजिए।

Answer

में लेखक के विचार से पूरी तरह सहमत था क्योकि इस फिल्म को देखकर कविता जेसी अनुभूति होती थी यह फिल्म कवि शेलेन्द्र की कोमल भावनाओ की प्रस्तुती है जिसे फिल्म के जरिए उतारा गया है I

Popular Questions of Class 10 Hindi - Sparsh

Write a Comment: