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Q1 शुद्ध आदर्श की तुलना सोने से और व्यावहारिकता की तुलना ताँबे से क्यों की गई है? Ans: शुद्ध सोने में किसी प्रकार की मिलावट नही की जा सकती थी ताँबे से सोना मजबूत हो जाता था परन्तु शुद्ता समाप्त हो जाती थी इसी प्रकार व्यवहारिकता में शुद्ध आदर्श समाप्त होता था I
Q2 चाजीन ने कौन-सी क्रियाएँ गरिमापूर्ण ढंग से पूरी कीं? Ans: चाजीन ने टी सेरेमनी से जुडी सभी क्रियाएं गरिमापुण ढंग से करता था यह सेरेमनी एक पर्णकुटी में पूण होती थी चाजीन द्वारा अतिथियों का उठकर स्वागत करना आराम से अँगीठी सुलगाना चायदानी रखना था दूसरेकमरे से चाय के बर्तन लाना होता था I
Q3 टी-सेरेमनी में कितने आदमियों को प्रवेश दिया जाता था और क्यों? Ans: टी सेरेमनी में केवल तीन ही लोगो को प्रवेश दिया जाता था इसका कारण यह था की भाग दोड़ से भरी ज़िन्दगी से दूर कुछ पल अकेले बिताना था और साथ ही जहां इंसान भूतकाल और भविष्यकल की चिंता से मुक्त हो कर वर्तमान में जी पाता था I
Q4 चाय पीने के बाद लेखक ने स्वयं में क्या परिवर्तन महसूस किया? Ans: चाय पीने के बाद लेखक ने महसूस किया था कि जेसे उनके दिमाग की गति मंद पड़ गई थी धीरे धीरे उसका दिमाग चलना भी बंद हो जाता था यहाँ तक की उन्हें कमरे में पसरे हुए सन्नाटे की आवाज भी सुनाई नही देती थी I