इन वर्षों में सबसे बड़ी भूल है, ‘राजनीति के पास समाज-सुधार का कोई कार्यक्रम न होना – इस संदर्भ में आप अपने विचार लिखिए।
लेखक जो कह रहे थे वह बिल्कुल सत्य था अभी के समय में राजनीति में समाज के सुधार के लिए कोई साधन नही था भारत देष की राजनीति ने समाज में सुधार के लिए कोई साधन नही था भारत देश की राजनीति में समाज में सुधार तो नही किया था परतु समाज में भेदभाव जरुर पैदा किया था समाज में जाति धर्म रंग के नाम में भेदभाव जरुर पैदा किया था समाज में जाति धर्म रंग के नाम पर भेदभाव राजनीति की वजह से ही आता था I
'उसके अंदर प्रकाश है, बाहर आशा। विपत्ति अपना सारा दलबल लेकर आए, हामिद की आनंद भरी चितवन उसका विध्वंस कर देगी।'- इस कथन के आधार पर स्पष्ट कीजिए कि आशा का प्रकाश मनुष्य को विपरीत परिस्थितियों में भी निरंतर आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।
भव्य पुरुष ने कहा- 'जहाँ अंधकार है वहीं प्रकाश है।' इसका क्या तात्पर्य है?
‘खानाबदोश’ कहानी में आज के समाज की किन-किन समस्याओं को रेखांकित किया गया है? इन समस्याओं के प्रति कहानीकार के दृष्टिकोण को स्पष्ट कीजिए।
'ईदगाह' कहानी के उन प्रसंगों का उल्लेख कीजिए जिनसे ईद के अवसर पर ग्रामीण परिवेश का उल्लास प्रकट होता है।
’अन्न ना भावे नींद ना आवे’ का क्या कारण हैं? ऐसे स्थिति क्यों हो गयी हैं?
पठित पाठ के आधार पर सूरदास के काव्य की विशेषताएँ बताइए।
'मानो भ्रातृत्व का एक सूत्र इन समस्त आत्माओं को एक लड़ी में पिरोए हुए है।' इस कथन के संदर्भ में स्पष्ट कीजिए कि 'धर्म तोड़ता नहीं जोड़ता है।'
'सपना' कवित्त का भाव-सौंदर्य लिखिए।
उसकी आँखों में पानी भरा था। जैसे उनमें एक शिकायत थी, पक्षपात के प्रति तिरस्कार था।' क्यों?
फुले दंपति ने, स्त्री समस्या के लिए जो कदम उठाया था, क्या उसी का अगला चरण, ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ', कार्यक्रम है?
‘अन्यायपूर्ण व्यवस्था को चुनौती घर में नहीं, घर के बाहर दी गई।’ इससे लेखक का क्या अभिप्राय है?
जानकी जैसी भारत माता हमारे बीच बनी रहे , बेटी बचाओ , बेटी पढ़ाओ के संदर्भ में विचार कीजिए।
(क) विश्व का क्रंदन ................... अपने लिए कारा बनाना!
(ख) कह न ठंडी साँस ..................... सजेगा आज पानी।
(ग) है तुझे अंगार-शय्या .................... कलियाँ बिछाना!
(क) आती नहीं उषा, बस केवल
(ख) करवट नहीं बदलता है तम,
चाचा ने पेंसिल से लिखा हुआ लाल का नाम पुस्तक से क्यों मिटाना चाहा?
शाम होते ही कौन-कौन घर की ओर लौट पड़ते हैं?
'अपने देश में अपनी भाषा में उन्नति करो' से लेखक का क्या तात्पर्य है? वर्तमान संदर्भों में इसकी प्रासंगिता पर अपने विचार प्रस्तुत कीजिए।
“कौन राह हैं जाई”का प्रश्न कबीर के सामने भी था इस तरह का प्रश्न समाज मे आज भी मौजूद हैं? उदाहरण सहित स्पष्ट करें?
जसदेव ने मानो के हाथ का खाना क्यों नहीं खाया?
कबीर निर्गुण संत परम्परा के कवि हैं और ये पद (बालम आओ हमारे गेह रे)साकार प्रेम क़ी और संकेत करता है अपने विचार प्रस्तुत करें?