निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
1. स्त्री के मन में नेवले के बारे में क्या संदेह था?
2. पति ने पत्नी को नेवले के बारे में क्या समझाया?
3. जब सांप को बच्चे के पालने की ओर आते देखा तो नेवले ने क्या किया?
4. स्त्री फूड-फुटकर क्यों रोने लगी?
5.दंपत्ति, नेवले को जीवन भर क्यों नहीं भूल पाए?
1. स्त्री के मन में सदेह था कि नेवला उसकी बेटी से जलता है I
2. पति ने पत्नी को समझाया कि नेवला और बेटी दोनों ही हमारी संताने है I
3. जब साँप बच्ची के पालने की और आता दिखा तो नेवले ने उस पर प्रहार किया और उसके टुकड़े टुकड़े कर डाले I
4. स्त्री फूट – फूटकर इसलिए रोने लगी क्योकि उसने बिना सोचे समझे हीनेवले पर प्रहार कर उसे मार डाला था I
5. दपति नेवले की निष्ठां और कर्तव्य के कारन उसको जीवन भर नही भूल पाए I
कविता को पंक्ति पूरी करो।
1.रंग–बिरंगे पंख तुम्हारे, सबके मन को भाते हैं।
2.पास क्यों नहीं आती तितली।
3. फूल फूल के कानों में जा
4. इस डाली से उस डाली पर
5.हमसे क्यों शरमाती हो?
पढ़ो और बोलों
क) ईश्वरचंद विद्यासागर मिदनापुर युवक सूटकेश
स्टेशन पोशाक कुर्ता धोती धन्यवाद
शर्म भूल चप्पल जनाब माफी
समापन विद्वान समाज सुधारक सदा
मौजूद बैलगाड़ी इज्जत समझ स्वयं
ख) प्रसिद्ध मशहूर माफी क्षमा पाठ पाठक
सम्मान आदर खुद स्वयं विचार विचारक
गुस्सा क्रोध अजीब विचित्र सुधार सुधारक
पढ़ो और बोलो:
( क) प्रदर्शनी मंडप हस्तशिल्प राज्य स्थान
मनमोहक मिट्टी छूट्टी भरतनाट्यम राज्य
ओडिसा – नृत्य सप्ताह लौटना मणिपुरी – नृत्य सजना
(ख)हस्तशिल्प – हाथ की कारीगरी चचेरी बहन – चाचा की बेटी
अवसर – मौका मनमोहक – मन को मोह लेनेवाला
सुंदर – खूबसूरत
कविता की पंक्तियां पूरी करो –
1.चिठ्ठी में हैं मन का प्यार
2.मेहनत से तुम पड़ना बेटी
3.छोटा – सा कागज बिन पैर
पढ़ो और बोलो
गुस्सा शरण धैर्यपूर्वक टूट जाना एक बार भगवान बुद्ध घृणा शिष्प मुस्कराकर जुड़ जाना दुबारा सतना धैर्य स्वागत इसलिए निर्दयी डाकू अंगुलियों की माला बिना डरे समझ जाना |
पढ़ो और सुनो
दशहरा सागर सूर्योदय विवेकानंद कन्याकुमारी मोटर लांच पूर्णिमा संगम सूर्यास्त विशाल मूर्ती चट्टान लहर एक साथ पहुँचना तिरुअनंतपुरम आनंद लेना रामकृष्ण परमहंस याद रखना सिपियाँ आयर शंख राजधानी एक्सप्रेस |
पढो और बोलो
कष्ट, करना, तेज़, पीठ, बुखार, खराब, सीना, खाँसी, छाती
हलका, लगना, परेशानी, मामूली, जीभ, लेना, सिर्फ़, खूब, नींद
चिंता, भूख, साँस, गोली, बिल्कुल, जाँच, परीक्षा, प्यास लगना
कविता की पंक्तियां पूरी करे।
1. वीर तुम बढ़े चलो
2. ध्वज कभी झुके नहीं
3. तुम निडर , हटो नहीं
4. सूर्य से बढ़े चलो
नीचे दिए गए कथन किसके है?
1. अब गाना गाने का मन हो रहा है।
2. जो लोग खाने के बाद गाते नहीं, वे लोग अच्छे नहीं होते।
3. धैर्य के साथ रहकर उचित समय को पहचानने की बुद्धि तुझमें नहीं हैं।
4. खुशी को भोजन की तरह पचाना आवश्यक है।
पहचानो और बोलो:
क ल म र न अ
का ला मा रा ना आ
तालिका में से शब्द चुनकर वाक्य बनाओं–
क) मैं आज बाजार गया
कल स्कूल
परसों अस्पताल
चिड़ियाघर
मैं आज बाजार गई
कल स्कूल
परसों अस्पताल
चिड़ियाघर
ख) मैं आज बाजार गया था
हम कल स्कूल
तुम परसों अस्पताल
आप चिड़ियाघर गए थे
समान अर्थ वाले शब्दों को रेखा खींचकर मिलाओ ।
प्रश्नों के उत्तर दो।
1. अंगुलिमाल कौन था?
2. डाकू को अंगुलिमाल क्यों कहते थे?
3. अंगुलिमाल को गुस्सा क्यों आया?
4. भगवान बुद्ध ने अंगुलिमाल का स्वागत कैसे किया?
5. भगवान बुद्ध ने अंगुलिमाल से क्या तोड़ कर लाने को कहा?
तालिका के प्रत्येक कॉलम से एक-एक शब्द लेकर वाक्य बनाओ।
(क)
मैं घर जाऊँगा, करूँगा जाऊँगा, करूँगा तुम काम जाओगे, करोगे जाओगी, करोगी वह जाएगा, करेगा जाएगी, करेगी हम जाएँगे, करेंगे जाएँगी, करेंगी आप वे |
पढो और बोलो
कष्ट, करना, तेज़, पीठ, बुखार, खराब, सीना, खाँसी, छाती
हलका, लगना, परेशानी, मामूली, जीभ, लेना, सिर्फ़, खूब, नींद
चिंता, भूख, साँस, गोली, बिल्कुल, जाँच, परीक्षा, प्यास लगना
कविता के आधार पर प्रश्नों के उत्तर दो –
1.चिठ्ठी को घर का अखबार क्यों कहा?
2.चिठ्ठी बिना पैर, दुनिया की सैर कैसे करते हैं?
3.मम्मी ने चिठ्ठी में क्या लिखा है?
नमूने के अनुसार वाक्य बदलो।
(क) नमूना
1.रमेश पतंग उड़ाता है।
2. मैं हिंदी सीखता हूँ।
3. हम मिठाई खाते हैं।
(ख) नमूना
1. मैं चित्र बनाता हूँ।
2. वह कपड़े धोता है।
3. सलमा चित्र बनाती है।
(ग) नमूना
1. श्रीनिवास रोज सात बजे स्कूल जाता है।
2. अख़बार रोज सुबह ग्यारह बजे आ जाता है।
3. सुनीता रोज सुबह नहाती है।
पढ़ो और सुनो
दशहरा सागर सूर्योदय विवेकानंद कन्याकुमारी मोटर लांच पूर्णिमा संगम सूर्यास्त विशाल मूर्ती चट्टान लहर एक साथ पहुँचना तिरुअनंतपुरम आनंद लेना रामकृष्ण परमहंस याद रखना सिपियाँ आयर शंख राजधानी एक्सप्रेस |
पढ़ो और समझो
मुश्किल-कठिन ज्यादा कम मज़ा उमंग पास-दूर ज्यादा अधिक मुश्किल आसान लहर-तरंग उदय अस्त। सुखद- सुख देनेवाला, आरामदायक बैठना-खड़ा होना। |
समान अर्थ वाले शब्दों को लिखें।
सागर शाम
मुश्किल आरामदायक
संध्या आनंद
मज़ा कठिन
सुखद समुद्र