Question 4

शुद्ध सोने में ताँबे की मिलावट या ताँबे में सोना’, गांधी जी के आदर्श और व्यवहार के संदर्भ में यह बात किस तरह झलकती है? स्पष्ट कीजिए।

Answer

शुद्ध सोने में तांबे की मिलावट का अर्थ था आदर्शवाद में व्यवहारवाद को मिला देना था शुद्ध सोना आदर्शो का प्रतीक था और ताँबा व्यावरिकता का प्रतीक होता था गाँधीजी व्यवहारिकता की कीमत जानते है इसीलिए वे अपना विलक्षण आदर्श चला सकते थे लेकिन अपने आदर्शो को व्यवहारिकता के स्तर पर उतरने नही देना चाहते थे I

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