Chapter 15 Phaniswanath Renu

At Saralstudy, we are providing you with the solution of Class 12 Hindi - Antra Phaniswanath Renu according to the latest NCERT (CBSE) Book guidelines prepared by expert teachers. Here we are trying to give you a detailed answer to the questions of the entire topic of this chapter so that you can get more marks in your examinations by preparing the answers based on this lesson. We are trying our best to give you detailed answers to all the questions of all the topics of Class 12th hindi-antra Phaniswanath Renu so that you can prepare for the exam according to your own pace and your speed.

Download pdf of NCERT Solutions for Class Hindi - Antra Chapter 15 Phaniswanath Renu

Exercise 1 ( Page No. : 111 )

Exercise 2 ( Page No. : 112 )

  • Q1 काबुली-कायदा ....................................................................................................... रोम-रोम कलपने लगा .............................................................................................. अगहनी धान ...........................................................................................................
    Ans:

    काबुली कायदा इसका अर्थ था कि काबुल से आए व्यक्ति के द्वारा बनाए गए नियम कानून हरगोबिन के गाँव में काबुल से आए व्यक्ति उधार क्प्दादेने आता है वह जब उधार कपड़ा देता है वह जब उधार कपड़ा देता था बड़ी विन्रमता से बात करता है लेकिन जब उधार वापिस माँगता था जुल्म की हद पार कर देता है I इसलिए यह कहावत बन कई काबुली – कायदा I रोम – रोम कलपने लगा – इसका अर्थ था कि किसी बात से परेशान होकर रोम – रोम दुःख से परेशान होने लगा था I अगहनी धान – अगहन मास में होने वाले धान को अगहनी धान कहा गया था यह दिसबर आस – पास का समय माना जाता था I


    Q2 पाठ से प्रश्नवाचक वाक्यों को छाँटिए और संदर्भ के साथ उन पर टिप्पणी लिखिए।
    Ans:

    फिर उसकी बुलाहट क्यों हुई थी यह वाक्य प्रश्नवाचक वाक्य था हरगोबिन को बड़ी हवेली से बुलावा आया है इस बुलावे पर वह हैरान है समय बदल गया है और अब सवदिया की आवश्यकता किसी को नही है I कहा गए वे दिन ? यह वाक्य प्रश्नवाचक वाक्य था इसमें हरगोबिन बड़ी हवेली की दशा को देखता था और सोचता था एक ऐसा है जब बड़ी हवेली सच में अपने नाम के अनुरूप है बड़े भैया के समय में बड़ी हवेली की रोंनक देखने योग्य है और कितना कड़ा करू दिल ? यह वाक्य भी प्रश्न को दर्शाता था बड़ी बहुरिया अपनी दशा का यह प्रश्न कर बेठती थी खाने के लिए भोजन नही था और फिर भी यह आशा करना कि सब ठीक हो जाता है बड़ी बहुरिया जब परिस्थति से तंग आ जाता था I


    Q3 इन पंक्तियों की व्याख्या कीजिए- (क) बड़ी हवेली अब नाममात्र की ही बड़ी हवेली है। (ख) हरगोबिन ने देखी अपनी आँखों से द्रौपदी की चीरहरण लीला। (ग) बथुआ साग खाकर कब तक जीऊँ? (घ) किस मुँह से वह ऐसा संवाद सुनाएगा।
    Ans:

    (क) प्रस्तुत पक्ति में हरगोबिन बड़ी हवेली की तुलना उसके बीते समय से करता था जब इस हवेली के ठाट – बाट ही कुछ है एक समय है जब बड़ी हवेली का गाँव में दबदबा हुआ करता है उसकी पहचान है बड़ी भेया के मरने के बाद सब ठाट – बाट चला गया है I

    (ख) प्रस्तुत पक्ति में हरगोबिन उस समय का वर्णन करता था जब हवेली की रानी बड़ी बहुरिया की साडी तक उनके तीन देवरों ने तीन टुकड़े करके बाट लिए है बड़ी बहुरिया के पहने हुए गहने तक नोचकर आपस में बाट लिए थे हरगोबिन ने उसकी तुलना द्रौपदी के चीरहरण लीला से की थी I

    (ग) यह पक्ति बड़ी बहुरिया तब कहती थी जब वह अपनी माँ को हरगोबिन के माध्यम से अपनी व्यथा सुनाने के लिए भेजती थी वह अपनी माली से परेशान था घर में खाने के लिए कुछ नही था जो भी खाती थी उधार ही खाते थे I

    (घ) यह पक्ति हरगोबिन अपने मन में सोचता था उसने बड़ी बहुरिया के वे दिन भी देखे है जब वह हाथो में मेहंदी लगाये हुए कई लोगो का घर चलाया करती है उस बड़ी बहुरिया के पति के मरते ही ऐसी गति हुई थी सब देखते रह गए थे देवरों ने सब हडप लिया था अब उस बड़ी बहुरिया की दशा बहुत ही खराब थी उनके दर्द भरे सवाद को सुनकर हरगोबिन कष्ट में है I


Popular Questions of Class 12 Hindi - Antra

Recently Viewed Questions of Class 12 Hindi - Antra