प्रियतमा के दुख के क्या कारण हैं?
प्रियतमा के दुःख के ये कारण
निहित थे –
(1) प्रियतमा का प्रियतम कार्यवश परदेश गया हुआ था वह प्रियतम के साथ को लालयित थे परन्तु अनुपस्थिति उसे पीड़ा दे रही थी I
(2) सावन मास आरभ हो गया थे ऐसे में अकेले रहना प्रियतमा के लिए सभव नही था वर्षा का आगमन उसे गहन दुःख होता था I
(3) वह अकेली थी ऐसे में घर उसे काटने को दोड़ता था I
(4) प्रियतम उसे परदेश में जाकर भूल गया था अत यह उसे कष्टप्रद लगरहे थे I
कवि 'नयन न तिरपित भेल' के माध्यम से विरहिणी नायिका की किस मनोदशा को व्यक्त करना चाहता है?
'सेह फिरत अनुराग बखानिअ तिल-तिल नूतन होए' से लेखक का क्या आशय है?
कोयल और भौरों के कलरव का नायिका पर क्या प्रभाव पड़ता है?
नायिका के प्राण तृप्त न हो पाने के कारण अपने शब्दों में लिखिए।
कातर दृष्टि से चारों तरफ़ प्रियतम को ढूँढ़ने की मनोदशा को कवि ने किन शब्दों में व्यक्त किया है?
(क) एकसरि भवन पिआ बिनु रे मोहि रहलो न जाए।
(ख) जनम अवधि हम रूप निहारल नयन न तिरपित भेल।।
(ग) कुसुमित कानन हेरि कमलमुखि, मूदि रहए दु नयान।
निम्नलिखित शब्दों के तत्सम रूप लिखिए–
'तिरपित, छन, बिदगध, निहारल, पिरित, साओन, अपजस, छिन, तोहारा, कातिक
'हारेंहु खेल जितावहिं मोही' भरत के इस कथन का क्या आशय है?
अगहन मास की विशेषता बताते हुए विरहिणी (नागमती) की व्यथा-कथा का चित्रण अपने शब्दों में कीजिए।
देवी सरस्वती की उदारता का गुणगान क्यों नहीं किया जा सकता?
कवि ने 'चाहत चलन ये संदेसो ले सुजान को' क्यों कहा है?
लेखक ने अपने पिता जी की किन-किन विशेषताओं का उल्लेख किया है?
बालक से उसकी उम्र और योग्यता से ऊपर के कौन-कौन से प्रश्न पूछे गए?
पसोवा की प्रसिद्धि का क्या कारण था और लेखक वहाँ क्यों जाना चाहता था?
संवदिया कि क्या विशेषताएँ हैं और गाँववालों के मन में संवदिया की क्या अवधारणा हैं?
लेखक ने कवि की तुलना प्रजापति से क्यों की है?
"मैंने भ्रमवश जीवन संचित, मधुकरियों की भीख लुटाई"‐ पंक्ति का भाव स्पष्ट कीजिए।
लेखक ने सेवाग्राम में किन लोगों के आने का जिक्र किया है?
लेखक ने अपने पिता जी की किन-किन विशेषताओं का उल्लेख किया है?
घनानंद की रचनाओं की भाषिक विशेषताओं को अपने शब्दों में लिखिए।
साहित्य समाज का दर्पण है' इस प्रचलित धारणा के विरोध में लेखक ने क्या तर्क दिए हैं?
देवसेना की हार या निराशा के क्या कारण हैं?
अमझर से आप क्या समझते हैं? अमझर गाँव में सूनापन क्यों है?
देवी सरस्वती की उदारता का गुणगान क्यों नहीं किया जा सकता?
पसोवा की प्रसिद्धि का क्या कारण था और लेखक वहाँ क्यों जाना चाहता था?
काव्य-सौंदर्य स्पष्ट कीजिए-
हेम कुंभ ले उषा सवेरे-भरती ढुलकाती सुख मेरे
मदिर ऊँघते रहते सब-जगकर रजनी भर तारा।
"मैंने भ्रमवश जीवन संचित, मधुकरियों की भीख लुटाई"‐ पंक्ति का भाव स्पष्ट कीजिए।