अगहन मास की विशेषता बताते हुए विरहिणी (नागमती) की व्यथा-कथा का चित्रण अपने शब्दों में कीजिए।
अगहन मास में दिन छोटे हो जाते थे और राते बड़ी हो जाती थी नागमती के लिए यह परिवर्तन बहुत कष्टप्रद थे क्योकि दिन जेसे तेसे कट जाता था परन्तु रात नही कट पाती थी रात में उसे रह रहकर प्रिय की याद सताती थी वह घर में अकेली होती थी यह स्थिति ऐसे ही थी जेसे दीपक को बाती थी दीपक की बाती पूरी रात जलती रहती थी नागमती भी वेसे ही विरहाग्नि में जल रही थी उसके पति परदेश को गए थे I
माघ महीने में विरहिणी को क्या अनुभूति होती है?
वृक्षों से पत्तियाँ तथा वनों से ढाँखें किस माह में गिरते हैं? इससे विरहिणी का क्या संबंध है?
निम्नलिखित पंक्तियों की व्याख्या कीजिए-
(क) पिय सौं कहेहु सँदेसड़ा, ऐ भँवरा ऐ काग।
(ख) रकत ढरा माँसू गरा, हाड़ भए सब संख।
(ग) तुम्ह बिनु कंता धनि हरुई, तन तिनुवर भा डोल।
(घ) यह तन जारौं छार कै, कहौं कि पवन उड़ाउ।
प्रथम दो छंदों में से अलंकार छाँटकर लिखिए और उनसे उत्पन्न काव्य-सौंदर्य पर टिप्पणी कीजिए।
जीयत खाइ मुएँ नहिं छाँड़ा' पंक्ति के संदर्भ में नायिका की विरह-दशा का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए।
'हारेंहु खेल जितावहिं मोही' भरत के इस कथन का क्या आशय है?
प्रियतमा के दुख के क्या कारण हैं?
देवी सरस्वती की उदारता का गुणगान क्यों नहीं किया जा सकता?
कवि ने 'चाहत चलन ये संदेसो ले सुजान को' क्यों कहा है?
लेखक ने अपने पिता जी की किन-किन विशेषताओं का उल्लेख किया है?
बालक से उसकी उम्र और योग्यता से ऊपर के कौन-कौन से प्रश्न पूछे गए?
पसोवा की प्रसिद्धि का क्या कारण था और लेखक वहाँ क्यों जाना चाहता था?
संवदिया कि क्या विशेषताएँ हैं और गाँववालों के मन में संवदिया की क्या अवधारणा हैं?
लेखक ने कवि की तुलना प्रजापति से क्यों की है?
"मैंने भ्रमवश जीवन संचित, मधुकरियों की भीख लुटाई"‐ पंक्ति का भाव स्पष्ट कीजिए।
प्रस्तुत संस्मरण में लेखक ने चौधरी साहब के व्यक्तित्व के किन-किन पहलुओं को उजागर किया है?
प्रियतमा के दुख के क्या कारण हैं?
लेखक ने सेवाग्राम में किन लोगों के आने का जिक्र किया है?
लेखक ने अपने पिता जी की किन-किन विशेषताओं का उल्लेख किया है?
घनानंद की रचनाओं की भाषिक विशेषताओं को अपने शब्दों में लिखिए।
साहित्य समाज का दर्पण है' इस प्रचलित धारणा के विरोध में लेखक ने क्या तर्क दिए हैं?
देवसेना की हार या निराशा के क्या कारण हैं?
अमझर से आप क्या समझते हैं? अमझर गाँव में सूनापन क्यों है?
देवी सरस्वती की उदारता का गुणगान क्यों नहीं किया जा सकता?
नायिका के प्राण तृप्त न हो पाने के कारण अपने शब्दों में लिखिए।