यह कहानी पढ़कर आपके मन में पहाड़ों की स्त्रियों की स्थिति की क्या छवि आपके मन में बनती है? उस पर अपने विचार व्यक्त कीजिए।
इस कहानी को पढ़कर मेरे मन में पहाडो की स्त्रियों के लिए दयनीय छवि बनती थी यहाँ की स्त्री मेहनती तथा ईमानदार थे वे अपनी मेहनत से पहाड़ो का रुख मोड़ने की भी हिम्मत रखती थी लेकिन पुरुष के हाथो हार जाती थी शेला भूप सिंह के साथ मिलकर असभव को सभव बना देती थी अंत में अपने पीटीआई के धोखे से हार जाती थी I
पहाड़ों की चढ़ाई में भूप दादा का कोई जवाब नहीं। उनके चरित्र की विशेषता बताएं।
पत्थर की जाति से लेखक का क्या आशय है? उसके विभिन्न प्रकारों के बारे में लिखिए?
रूप सिंह पहाड़ पर चढ़ने के बावजूद भूप सिंह के सामने बौना क्यों पड़ गया था?
यूं तो लोग घर छोड़ कर कहीं न कहीं जाते है, प्रदेश जाते है किंतु घर लौटते समय रूप सिंह को एक अजीब किस्म की लाज, अपनत्व और झिझक क्यों घेरने लगी?
शैला और भूप ने मिलकर किस तरह पहाड़ पर अपनी मेहनत से नई जिंदगी की कहानी लिखी?
बूढ़े तिरलोक को पहाड़ पर चढ़ना जैसे नौकरी के बारे में सुनकर अजीब क्यों लगा?
महीप अपने बारे में बात पूछे जाने पर उसे टाल क्यों देता है?
सैलानी ( शेखर और रूप सिंह) घोड़े पर चलते हुए उस लड़के महिप के रोजगार के बारे में सोच रहे थे जिसने उन्हें घोड़े पर बैठा रखा था और खुद पैदल चल रहा था। क्या आप भी बाल मजदूरों के बारे में सोचते है?
चूल्हा ठंडा किया होता तो,दुश्मनों का कलेजा कैसे ठंडा होता ?नायकराम के इस कथन में निहित भाव को स्पष्ट कीजिए ।
कोईयां किसे कहते हैं? इसकी विशेषताएं बताइए।
मालवा में जब सब जगह बरसात की झड़ी लगी रहती है तब मालवा के जनजीवन पर इसका क्या प्रभाव पड़ता है .?
भौरों ने सूरदास की झोपड़ी क्यों जलाई ?
बच्चे का मां का दूध पीना सिर्फ दूध पीना नहीं, मां के सारे संबंधो का जीवन – चरित होता है ' टिप्पणी कीजिए।
अब मालवा में वैसा पानी नहीं गिरता जैसा गिरा करता था।उसके क्या कारण है ?
यह फूस की राख न थी उसकी अभिलाषाओं की राख थी।संदर्भ सहहत विवेचना कीजिए।
बिस्नाथ पर क्या अत्याचार हो गया था?
हमारे आज के इंजीनियर ऐसा क्यों समझते हैं कि वह पानी का प्रबंध जानते हैं और पहले जमाने के लोग कुछ नहीं जानते थे?
जगधर के मन में ककस तरह का ईष्याभ-भाव जगा और क्यों?
प्रकृति सजीव नारी बन गई ' – इस कथन के संदर्भ में प्रकृति, नारी, और सौंदर्य की मान्यताओं को स्पष्ट कीजिए।
चूल्हा ठंडा किया होता तो,दुश्मनों का कलेजा कैसे ठंडा होता ?नायकराम के इस कथन में निहित भाव को स्पष्ट कीजिए ।
लेखक बिसनाथ ने किन आधारो पर अपनी मां कि तूलना बतख के साथ की हैं?
' सूरदास उठ खड़ा हुआ और विजय - गर्व की तरंग में राख के ढेर को दोनों हाथों से उड़ाने लगा । ' इस कथन के संदर्भ में सूरदास की मनोदशा का वर्णन कीजिए ।
यह फूस की राख न थी उसकी अभिलाषाओं की राख थी।संदर्भ सहहत विवेचना कीजिए।
अब मालवा में वैसा पानी नहीं गिरता जैसा गिरा करता था।उसके क्या कारण है ?
मालवा में जब सब जगह बरसात की झड़ी लगी रहती है तब मालवा के जनजीवन पर इसका क्या प्रभाव पड़ता है .?
बिस्कोहर में हुई बरसात का जो वर्णन बिसनाथ ने किया है उसका वर्णन अपने शब्दो में कीजिए ।
जगधर के मन में ककस तरह का ईष्याभ-भाव जगा और क्यों?
सूरदास जगधर से अपनी आर्थिक हानि को गुप्त क्यों रखना चाहता था ?